R K HIV Aids & Research Centre And J.P.S. High School To Organise World’s Biggest Medical Camp at Malad Mumbai
आर के एचआईवी एड्स & रिसर्च केयर सेंटर और जे.पी.एस हाई स्कुल के देख रेख में होगा विश्व का सबसे बड़ा मेडिकल कैम्प मालवणी मलाड मुम्बई में।
महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ११फरवरी, २०१८ को मुंबई श्री जे.पी सिंह हाई स्कुल मालवणी मलाड वेस्ट में आयोजित दुनिया का सबसे बड़ा चिकित्सा शिविर “स्वास्थ जिंदगी” का करेंगे उद्घाटन ।
विश्व का सबसे बड़ा चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर ११ फरवरी २०१८ को मुम्बई में आयोजित किया गया है और संगठित प्राउड ऑफ होल्डर ऑफ गिन्नी बुक होल्डर एवं एशिया बुक रिकॉड आर के एचआईवी एड्स &रिसर्च केयर सेंटर द्वारा और कई व्यवसायों और मुंबई के व्यापारि आगे आए हैं। शिविर का समर्थन करने के लिए न सिर्फ वित्तीय, बल्कि रसद, मानव संसाधन और सांख्यिकीय तरीके से करेंगे , भारत सरकार के परिवहन मंत्री माननीय नितिन गढ़करी,रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल, श्री रामदास अठावले एवं महाराष्ट्र के कई राज्य मंत्री और बॉलीवुड के कई सितारे भी मौजूद रहेंगे। आयोजकों के मुताबिक आर के एचआईवी एड्स केंद्र, 10,000 से अधिक चिकित्सा पेशेवरों सहित 6000 डॉक्टर और 300 फार्मा कंपनियों होंगी। इस आयोजन में करीब 2 लाख व्यक्तियों के आने की संभावना है, जो इस शिविर से लाभान्वित होंगे .
यह एक ऐतिहासिक दिन होगा- चिकित्सा जांच शिविर स्थानीय संगठनों की मदद से मुंबई स्थित में गैर सरकारी संगठन आर के एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर की ओर से आयोजित की जा रही है और लगभग 2 लाख लोग नि: शुल्क जांच और उपचार करा सकेंगे। इस कैम्प में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, भी दिया जायेगा ।
इंडियाएससीबीस डॉट कॉम के जरिये। आयोजकों ने कहा कि वे जरूरतमंद मरीजों के लिए सामान्य और विशेष शाखाओं सहित विभिन्न संकायों के लगभग 5,000 डॉक्टर इस शिविर में 10,000 से अधिक पैरामीडिकल स्टाफ के साथ मरीजों की जांच और उपचार करने के लिए अपनी सेवाएं देंगे। पिछले पांच वर्षों में, आर के एचआईवी सफलतापूर्वक २३,९८२चिकित्सा शिविरों, जिसमें २,करोड़ १३लाख से अधिक रोगियों को गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, राजस्थान, उड़ीसा जैसे राज्यों में जांच कराया गया है , शहरी स्लम और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में एक पार-अनुभागीय सर्वेक्षण को विभिन्न सामाजिक स्वास्थ्य-जनसांख्यिकीय पैटर्नों और एहतियाती उपायों को प्रभावित करने वाले विभिन्न स्वास्थ्य खतरों को समझने के लिए आयोजित किया गया था।
—Akhlesh Singh (PRO)