Bhojpuri Film – Karab Bihha Kachheri Mein – Gorgeous Muhurat Held In Mumbai
भोजपुरी फिल्म ‘करब बियाह कचहरी में’ का भव्य मुहूर्त मुंबई में संपन्न
धरमशीला प्रोडक्शंस प्रस्तुत भोजपुरी फिल्म ‘करब बियाह कचहरी में’ का कांग्रेस पार्टी के नेता जयकांत शुक्ल ने क्लैप बोर्ड दिखाकर फिल्म का मुहूर्त किया प्लेटिनम स्टूडियो, गोरेगांव में मुंबई में ! हंगामा मीडिया द्वारा आयोजित इस मुहूर्त कार्यक्रम में फिल्म के लेखक और डायरेक्टर ब्रज भूषण, प्रोड्यूसर योगेश तिवारी, फिल्म के स्टार कास्ट व अन्य कई फिल्मी सितारे मौजूद रहे। इस दौरान सबों ने फिल्म के सफलता की कामना की।
वहीं, मुहूर्त के दौरान लेखक और डायरेक्टर ब्रज भूषण ने बताया कि ‘करब बियाह कचहरी में’ एक अलग मिजाज की फिल्म है, जो लोगों को काफी पसंद भी आने वाली है। मैंने खुद इस फिल्म की कहानी लिखी है, तो फिल्म के बारे में इतना तो कह ही सकता हूं कि यह फिल्म मनोरंजन का पूरा पैकेज है। लव, कॉमेडी व एक्शन तो होगा ही, साथ ही इसके संगीत में भी लोगों को नयापन मिलेगा। जल्द ही इसकी शूटिंग शुरू होगी।
फिल्म के बारे में प्रोड्यूसर योगेश तिवारी का कहना है कि आज कल भोजपुरी सिनेमा बदलाव के राह पर है, जहां अब एक से एक बेहतरीन पटकथा वाली फिल्में बनने लगी हैं। फिल्में तो पहले भी बनती थी, मगर इन दिनों जो इनोवेशन भोजपुरी सिनेमा में देखने को मिल रहा है, वो बीच के दौर में नहीं था। इसी कड़ी में फिल्म ‘करब बियाह कचहरी में’ भी है, जिसमें न्यू आइडिया और रचनात्मकता का समागम देखने को मिलेगा।
उन्होंने बताया कि फिल्म ‘करब बियाह कचहरी में’ में आदित्य मोहन दुबे, श्वेता ओझा, योगेश तिवारी, छाया सिंह, रवि कामत, अंशु द्विवेदी, रूपा सिंह और दिलीप सिंह मुख्य भूमिका में नजर आयेंगे। फिल्म के को-प्रोड्यूसर सुनील दुबे, एग्जक्यूटिव प्रोड्यूसर हरीश पंडित हैं और फिल्म के प्रचारक संजय भूषण पटियाला हैं। संगीत एस कुमार ने दिया है। फिल्म के बारे में अभिनेता आदित्य मोहन दुबे ने कहा कि इस फिल्म में दर्शकों को मेरा अलग ही अंदाज़ देखने को मिलेगा। अब तक दर्शकों ने मुझे स्टाइलिश अंदाज़ में देखा है। इस फिल्म में मैं गांव का देशी छोरा हूं, जो पेशे से कुम्हार है और साथ साथ कॉलेज भी जता है। प्यार भी करता है और जब एक छोटे ओहदे का आदमी प्यार करता है तो क्या क्या अर्चने आती हैं। ये इस फिल्म मे ब्रज सर दिखाने वाले है। फ़िर क्लाइमेक्स में मुझे कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ता है और ऐलान करता है हम अब ‘करब बियाह कचहरी मे’।—————–SANJAY BHUSHAN PATIYALA