सबसे अलग और अनोखा है राधे – रितेश ठाकुर
भोजपुरी फ़िल्म जगत में इन दिनों जिस किरदार की काफी चर्चा है उसका नाम है राधे । राधे कोई आम इंसान और कोई साधारण प्राणी नही बल्कि एक गजराज है यही नही भोजपुरी के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी जानवर को केंद्र में रखकर कोई फिल्म बनी है और फ़िल्म का नाम भी उसी जानवर के किरदार के आधार पर रखा गया हो ।इस परिकल्पना को साकार किया है एक ऐसे निर्देशक ने जिन्होंने भोजपुरी फ़िल्म जगत में अपनी शुरुआत की थी बतौर निर्माता लेकिन अब निर्देशक के तौर पर अपनी अलग पहचान बना चुके हैं । बिहार के आरा के होने के कारण संगीत भी उनकी रग रग में है इसीलिए बतौर संगीतकार भी उन्होंने अपनी फिल्म राधे में काम किया है और संगीत भी ऐसा दिया है कि भोजपुरी में सर्वाधिक फिल्मो में अभिनय कर चुके मेगा स्टार रवि किशन राधे के संगीत और गाने की तुलना अपनी ब्लॉकबस्टर फ़िल्म देवरा बड़ा सतावेला से करते हैं । बतौर निर्देशक और संगीत निर्देशक रितेश ठाकुर की एक और फ़िल्म चना जोर गरम का पोस्ट प्रोडक्शन का काम तीब्र गति से चल रहा है जबकि दूसरी अन्य फ़िल्म बॉर्डर के पार सजनी हमार जल्द प्रदर्शित होगी ।
राधे और चनाजोर गरम की निर्मात्री नेहा श्री ने निर्देशक रितेश ठाकुर की तारीफ करते हुए बताया कि वे एक अलग सोच वाले निर्देशक है और इसीलिए आजकल डिमांड में हैं । प्रत्येक दृश्य पर वे काफी मेहनत करते हैं जिसका नतीजा यह है कि फ़िल्म का हर दृश्य दर्शको को रोमांचित करेगा । उल्लेखनीय है कि रितेश ठाकुर ने बतौर निर्माता चंदा से अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की थी । उसके बाद तू ही मोर बालमा , कल्लू भईल सयान, बालमा बिहार वाला , सपेरा , हीरो गमछा वाला , बलमा बिहार वाला 2 , ट्रक ड्राइवर 2 जैसी चर्चित फिल्मो का निर्माण किया था जिनमे भोजपुरी के सभी बड़े स्टार काम कर चुके हैं । चना जोर गरम, बॉर्डर के पार सजनी हमार और राधे के बाद रितेश ठाकुर के पास बतौर निर्देशक और संगीतकार फिल्मो की लंबी कतारें हैं । —-Uday Bhagat PRO