FILM WRITER ASSOCIATION [FWA] ELECTION AND AGM Started ON 16 OCTOBER 2016, 10 am Onwards
FILM WRITER ASSOCIATION [FWA] ELECTION AND AGM Started ON 16 OCTOBER 2016,10 am, AT Celebration Club, Lokhandwala Complex, Andheri West.
Those Who Have Not Reached Plz Reach and Vote For Your Own Benefit , Please Do Vote For Betterment Of Association
दोस्तों,
तीन टर्म सेज्यादा FWA पर कब्ज़ा जमाकर बैठे अंजुम राजबली और उनके साथी जलीस शेरवानी ,कमलेश पांडेजी ,और कुछ लोग फिल्म राइटर एसोसिएशन को अपनी जहागीर समझकर मनमानी कर रहे है | इन्हें कोई अपोजीशन नहीं चाहिए जो इनकी मनमानी रोके इसी लिए अपने सात इंडस्ट्री के कुछ अच्छे लोगो को सिर्फ नाम के लिए जोड़कर रखा है जिन्हें इनके काले कारनामे के बारे में समझने की फुरसत नहीं उनलोगों के सपोर्ट का गलत इस्तीमाल ये लोग कर रहे है |
अबकीबार इलेक्शन में अपनी हार को देखते हुए इन्होंने 16 जुलाई को SGM बुलाई जिसकी ज़रूरत नहीं थी जो काम ये लोग SGM में करना चाहते थे वह काम AGM के रोज़ करसकते थे उसके लिये एसोसिएशन के लाखो रुपये बरबाद करने की ज़रूरत नहीं थी |
मई महीने से AGM और इलेक्शन due थे फिर भी AGM न करते हुए SGM सिर्फ इसलिए कियी गयी मुझे और मेरे पैनल को और इनको अपोज करने वालों को इलेक्शन से disqualified कर सके ऐसे कानून पास करने थे| मैं ने इनके षड़यन्त्र को पहचान कर ऑब्जेक्शन का पत्र लिखा उस के जवाब में प्रेसिडेंट जलीस शेरवानी जी ने SGM में लोगो को आश्वाशन देते हुये कहा के ‘ ये क़ानून जो बन रहा है ये AGM और इलेक्शन के बाद लागु होंगे’ लेकिन उसे इसी इलेक्शन में लागू करके मुझे और मेरे पैनल को और इनके अपोझिशन वालों को disqualified करदिया गया | इसका जवाब Gen .sectretory . कमलेश पांडेजी से पूछने पर उन्होंने हमें इलेक्शन से दूर रखने का उनका मकसद काबुल किया |
SGM का साहरा लेकर जो गलत कानून बनाये गये उन्हें बदलना होंगा जो इस प्रकार है |यह हम AGM में करसकते है अगर नहीं कर पाये तो और 2 साल इनलोगो की मनमानी बर्दाश्त करनी होंगी |अगर मेरी बातो में आप लोगों को कोई तथ्य नज़र आता है तो बड़ी तादाद में अगम में आकर मेरा सात दीजिए felow मेंबर भी आकर अपना निषेद वयक्त करे |
1] असोसिएशन का नाम जो कई सालों पहले हमारे बुज़र्ग़ राइटरों ने रखा था फिल्म राइटर अससोसिएशन [ FWA] जिसे बदलकर स्क्रीन राइटर एसोसिएशन [ SWA ] सिर्फ इसलिए रखागया कियुके अंजुम राजबली इस नाम से अपना क्लासेस का बिज़नस चलाते है |
2] बगैर AGM के परमिशन बढ़ायी हुयी हर फीस को कम करना |
3]इलेक्शन के नये क़ानून को कैंसिल करना और असोसिएट और फेलो मेंबर को भी Agm और इलेक्शन में बराबरी का हक़ का क़ानून पास करना |
4] एसोसिएट और फेलो मेंबर को उनका हक दिलाना उनसे फीस पूरी लीजाती है फिर उन्हें बराबरी का हक़ भी मिलना चाहिये|
5] एसोसिएशन के बर्बाद किये हुए पैसे की वसूली उसके जिमेदार लोगो से करना |
6]ऑनलाइन वोटिंग को जबतक सारे सदस्यो को इस की जानकारी और सारे सदस्यो का email id एसोसिएशन के रिकॉर्ड में नहीं आते तब तक इसे रोकना होंगा वरना गलत इस्तेमाल होंगा | जो इन लोगो का प्लान है। ये लोग अपनी खुर्सी को बचाने लिए कुछ भी करसकते है ।
7) इनके मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने वालो को सस्पेड किया गया,उन लोगो को न्याय दिलायेंगे। असोसिअशन के ऑफीस से और खर्चे से अपनी वोटबँक ये लोग बना रहे ताके इन के पर्सनल काम चलते रहे। लीगल खर्चे के नाम पर सदस्यो के फंड को बरबाद कर रहे है । इसे रोकना होंगा। 18 सालो से असोसिअशन मे चिपके हुए लोगों के काम का हिसाब लेना है ।
ज्यादा से ज्यादा तादाद में AGM में आकर अन्याय के खिलाफ लड़ाई में सात दीजिये|हमारी ट्रेडयूनियन को ट्रेडयूनियन की तरह चलाना है प्रइवेट कंपनी की तरह काम करने वालों को उनके घर भिजवाना है|ये लोग असोसिअशन के स्टाफ और फण्ड का इस्तेमाल करके अपना business चला रहे है|इन लोगो के षड़यंत्र को बेनक़ाब करना है| मेम्बरो की मेडीकल या और कोई हेल्प की है उका डिटेल बूक मे झपवा कर खुद की पब्लिसीटी कर रहे है और दो सालो मे 52लाख रुपये लिगल खर्च के नाम पर कीसे दिएगये उस का कोई ब्योरा नही है। असोसिअशन पर कब्जा जमाने का इनका इरादा ठिक ऩही है सावधान होजाए।
आपका मित्र
आशफाक़ खोपेकर