आवाज ही पहचान है- अलका झा
भोजपुरी फिल्मे जहाँ एक उचाई को छु रही है ,वही एक अलग अंदाज व आवाज के साथ लोहा मनवा रही है प्लेबेक सिंगर अलका झा.अलका झा ई टीवी पर प्रसारित प्रथम् भोजपुरी रियल्टी शो ‘फोक जलवा’ में विनर रह चुकी है और इस शो के बाद से अलका के फ़िल्मी जीवन कि शुरुवात हुई .उसके बाद अलका ने तमाम रियल्टी शो जैसे सुर संग्राम ,भोजी न 1,अन्ताकछड़ी में महारथ हासिल किया.2016 में परिवार के सहयोग से मुम्बई में रहने की प्रेरणा मिली उसके बाद फिल्मो में गाने का सिलसिला चालू हुआ और आज अलका झा ने 100 से भी ज्यादा एलबम में अपनी आवाज दी है.
बात करे फिल्मो कि तो सर्वप्रथम भोजपुरी फ़िल्म “आखिर कब जागोगे” से सुरुआत किया आज लगभग 50 से भी ज्यादा फिल्मो में जैसे ‘एक लैला तीन छैला’ ,सजना मंगिया सजा दा हमार, दौलत की जंग, पंडित जी बताई ना बियाह कब होइ २’ , निरहुआ चलल ससुराल , इच्छाधारी ‘ ज़िद्दी ‘ तमाम ऐसी फिल्मे है जिनमे अलका झा की आवाज गूँजती हैं. आने वाली फिल्मो की बात करे तो ‘एक रजाई तीन लुगाई, तबादला, सियासत की जंग ” बाप रे बाप’ प्रैम कैदी, ‘इना मिना डीका ‘और भी तमाम फिल्मे है ,भोजपुरी के साथ -साथ मारवाड़ी फ़िल्म ‘मारे हिबरा में नाचे मोर’ में भी आवाज दे चुकी है अलका .
मैथली फ़िल्म ,मराठी फिम्म ,हिंदी फ़िल्म अभी 10 भाषा में अलका ने अपनी आवाज दी है .बात चीत के अनुसार भोजपुरी का कोई ऐसा कलाकार या सिंगर नहीं बचा हैं जिसके साथ अलका झा ने गीत ना गाया हो. बात करें स्टेज शो कि तो एक अलग कि ही तरीका है लोगो को अपने गीतों की और आकर्षित करवाने का और आज के इस भागम भाग जीवन में भी कम से कम 4 घंटे रियाज जरूर करती है.कुल मिला जुला के बात करे तो अपनी आवाज को ही अपना पहचान मानती है अलका झा.